DPIIT की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार भारत की थोक महंगाई जुलाई में सालाना आधार पर कम होकर 2.04 प्रतिशत रही, जबकि जून में यह 16 महीने के उच्चतम स्तर 3.36 प्रतिशत पर थी.
प्याज की थोक महंगाई दर फरवरी में 29.22 फीसद थी जो मार्च में 56.99 फीसद पर पहुंच गई
फरवरी 2024 के लिए यह चार महीने के निचले स्तर पर घटकर 0.20% पर आ गई है, जो जनवरी में 0.27% थी
थोक मूल्य सूचकांक (WPI) आधारित मुद्रास्फीति लगातार पांचवें महीने अगस्त में भी शून्य से नीचे 0.52 फीसद रही.
फरवरी में थोक मूल्य सूचकांक (Wholesale Price Inflation) पर आधारित महंगाई 3.85 फीसदी रही.
Inflation: ये आंकड़े अर्थव्यवस्था के लिए कितने मायने रखते हैं ये भी समझना जरूरी है क्योंकि इसी आधार पर भारतीय रिजर्व बैंक अन्य नीतियों पर काम करता है